एसी चलेगा फुल, मगर बिल नहीं होगा डबल; जानिए कैसे
जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ती जा रही है, घरों और दफ्तरों में एसी, कूलर और पंखों का चलना लाजिम है। भयंकर गर्मी से बचने के लिए एयर कंडीशनर (एसी) अब एक आम जरूरत बन गया है और इसकी बिक्री में भी तेजी देखी जा रही है।
हालांकि, एसी भीषण गर्मी से तो निजात दिलाता है, मगर अक्सर यह बिजली के बिल में भारी वृद्धि करके हमारी जेब पर भारी पड़ सकता है। ऐसे में कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप अपने एसी के बिजली बिल को बहोत हद तक कम कर सकते हैं और गर्मी का आनंद भी ले सकते हैं।
पंखे का करें समझदारी से उपोयग
अक्सर लोग एसी चलाने के बाद पंखे को बंद कर देते हैं, मगर ये एक बहुत ख़राब बात है। एसी चालू करने के बाद आपको पंखे को नंबर 1 या 2 पर जरूर चालू कर देना चाहिए। ऐसा करने से एसी की ठंडी हवा कमरे के हर कोने तक तेजी से फैल सकेगी, जिससे कम समय में पूरा कमरा ठंडा हो जाएगा और एसी को ज्यादा देर तक चलाने की नीड नहीं होगी।
रात में स्लीप मोड और टाइमर का प्रयोग
रात के टाइम एसी को स्लीप मोड पर चलाना एक समझदारी भरा कदम है। स्लीप मोड में एसी कमरे के तापमान को धीरे-धीरे बढ़ाता है, जिससे आपको आरामदायक नींद मिलती है और बिजली की बचत भी होती है। इसके अलावा, एसी में टाइमर सेट करने का विकल्प भी होता है। सोने से पहले यदि आप टाइमर सेट कर देते हैं, तो एसी एक तय वक्त के बाद अपने आप बंद हो जाएगा, इससे बिला जरूरत बिजली खर्च नहीं होगी।
सही एसी का चयन और सर्विस
यदि आप नया एसी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो हमेशा ऊर्जा दक्षता रेटिंग (Energy Efficiency Rating) पर ध्यान दें। 5 स्टार रेटिंग वाले एसी आमतौर पर कम बिजली की खपत करते हैं और लंबे समय में आपके बिजली के बिल को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अतिरिक्त, एसी का नियमित रखरखाव भी बहुत जरूरी है। हर 60 दिन या 90 दिनों में एसी के फिल्टर को साफ करना चाहिए। गंदे फिल्टर एसी की कूलिंग क्षमता को कम करते हैं, जिससे उसे ज्यादा काम करना पड़ता है और बिजली की खर्च बढ़ जाती है।
इन छोटे-छोटे मगर प्रभावी उपायों को अपनाकर आप इस गर्मी में न केवल ठंडक का अनुभव कर सकते हैं, बल्कि अपने बिजली के बिल को भी काबू में रख सकते हैं और अपनी जेब पर पड़ने वाले बोझ को कम कर सकते हैं।