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झंडे उखाड़े, नाम मिटाया; प्रशासन ने सील किया सपा का पार्टी कार्यालय

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit Political Tension) जिले में बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यालय (Pilibhit SP Office) पर प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की। नकटादाना चौराहा स्थित सपा कार्यालय को सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के आरोप में सील (SP Office Sealed) कर दिया गया। इस दौरान भारी हंगामा हुआ और पुलिस (Uttar Pradesh Administration Action) ने सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा (Jagdev Singh Jagga) सहित 35 से अधिक कार्यकर्ताओं को अरेस्ट कर लिया। यह घटना प्रशासन और पार्टी के बीच तकरार का नया मोड़ बन गई है, जिससे सियासी गलियारों में हलचल मच गई है।

पुलिस ने की धक्का मुक्की

सुबह के समय, 200 से अधिक पुलिसकर्मियों की टीम नगर पालिका कर्मचारियों के साथ सपा कार्यालय पहुंची। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्यालय में ताला जड़ दिया (SP office dispute), सपा के झंडे उखाड़कर फेंके और पेंट से सपा कार्यालय का नाम भी मिटा दिया। इस दौरान जब सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा विरोध करने आए, तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें धक्का भी दिया। इस पूरी कार्रवाई ने इलाके में भारी तनाव उत्पन्न कर दिया और सपा कार्यकर्ताओं के बीच आक्रोश बढ़ा।

प्रशासन का अल्टीमेटम और सपा का विरोध

इस कार्रवाई (Pilibhit Political Tension) के पीछे की कहानी में प्रशासन का पहले से जारी किया गया अल्टीमेटम है। प्रशासन ने सपा को 16 जून तक का समय दिया था, ताकि वे कार्यालय को खाली कर दें। ये कार्यालय वर्षों से पीलीभीत नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (EO) के आवासीय परिसर में संचालित हो रहा था। इसके बाद भी सपा ने इस समय सीमा का पालन नहीं किया और ना ही कार्यालय को खाली किया, जिसके कारण बुधवार को प्रशासन ने मजबूरी में कार्रवाई की।

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पूर्व में भी सपा को कई नोटिस जारी किए गए थे मगर पार्टी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जब प्रशासन ने कब्जा हटाने का प्रयास किया था, तब पार्टी कार्यकर्ताओं ने छह महीने का और समय मांगा था जिसे प्रशासन ने खारिज कर दिया। इसके बाद भी जब कार्यकर्ताओं ने कब्जा हटाने की प्रक्रिया में रुकावट डाली, तो बुधवार को यह निर्णायक कदम उठाया गया।

‘ये अत्याचारी सरकार है’ – जगदेव सिंह जग्गा

सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा (Jagdev Singh Jagga) ने इस कार्रवाई पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने इसे “अत्याचारी सरकार” की कार्रवाई करार देते हुए कहा, “यह सरकार हमें कमजोर करने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है। हमारे पार्टी कार्यालय को खाली करवाकर इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता, मगर ये जान लें कि समाजवादी पार्टी का आंदोलन इनकी इस तानाशाही के खिलाफ हमेशा जारी रहेगा।”

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उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग सरकारी जमीनों पर कब्जा कर बड़े-बड़े महल बना रहे हैं, हम उनकी रजिस्ट्रियों की जांच कराएंगे। समाजवादी पार्टी उन्हें भी ऐसा ही जवाब देगी जैसे उन्होंने आज हमारे कार्यालय को खाली कराया है।

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