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शादी का झांसा और यौन शोषण, कानून कितना सख्त है; जानें सजा कितनी मिलती है

भारत में पिछले चंद वर्षों में ऐसे मामलों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जिनमें महिलाओं ने यह आरोप लगाया कि उन्हें शादी का वादा देकर धोखा दिया गया (Fraud of marriage)। अक्सर इस तरह के मामलों में शारीरिक शोषण/यौन शोषण, भावनात्मक छल और कानूनी लड़ाइयों का लंबा सिलसिला देखने को मिलता है (women abuse case)।

इसी सिलसिले में ताज़ा मामला भारतीय क्रिकेटर यश दयाल का सामने आया है (Indian cricketer controversy)। उन पर उनकी एक करीबी महिला साथी ने गंभीर आरोप लगाए हैं (allegations on Yash Dayal, Yash Dayal controversy)। महिला का कहना है कि वे पिछले पांच वर्षों से यश के साथ रिश्ते में थीं। उनका दावा है कि यश ने शादी का वादा करके न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आर्थिक रूप से भी उनका शोषण किया (mental and financial abuse)।

इस पूरे मामले पर अब तक यश दयाल की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, मगर सोशल मीडिया और कानूनी हलकों में इस पर बहस तेज़ हो गई है (Yash Dayal on social media)।

शादी के झूठे वादे पर बना संबंध: क्या कहता है कानून

भारतीय कानून में ऐसे मामलों को बेहद गंभीरता से लिया जाता है (sexual crime India)। हाल ही में लागू की गई भारतीय न्याय संहिता (Indian law section 69) की धारा 69 (BNS section 69) इस विषय पर विशेष रूप से केंद्रित है।
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अगर कोई पुरुष किसी महिला को शादी का झांसा देकर उसके साथ यौन संबंध बनाता है और फिर उस वादे से मुकर जाता है, तो यह अपराध की श्रेणी में आता है (false promise and sexual relationship, Fraud of marriage)। इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर आरोपी को 10 साल तक की जेल और आर्थिक जुर्माना दोनों हो सकते हैं (false promise case in court)।

मगर यह केवल शादी तक सीमित नहीं है। अगर कोई व्यक्ति झूठे वादे जैसे नौकरी देने, प्रमोशन दिलाने या अपनी पहचान छुपाकर किसी महिला के साथ संबंध बनाता है, तो वह भी इस कानून के दायरे में आता है (how to file a woman complaint)।

क्या आरोप लगना ही सजा की वजह बनता है

यह समझना जरूरी है कि किसी पर आरोप लगना और दोष सिद्ध होना दोनों अलग-अलग बातें हैं। किसी भी मामले में अदालत में मुकदमा चलने के बाद ही तय होता है कि आरोपी दोषी है या नहीं (false promise case in court)। जब तक न्यायालय में आरोप सिद्ध नहीं होते, तब तक सजा नहीं दी जा सकती।
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अदालत में महिला को यह साबित करना होता है कि उसके साथ वादा करके धोखा हुआ और आरोपी ने जानबूझकर उसका विश्वास तोड़ा (cheating by promising marriage)।

क्या करें अगर आप भी हों ऐसे किसी धोखे का शिकार

अगर किसी महिला को लगता है कि उसके साथ शादी का झांसा देकर संबंध बनाए गए हैं, तो वह महिला थाना या साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करा सकती है (how to file a woman complaint)। साथ ही वो महिला आयोग या एनजीओ की मदद भी ले सकती है।

इस तरह के मामलों में सबूत बहुत अहम होते हैं। व्हाट्सएप चैट, कॉल रिकॉर्डिंग, गवाह या किसी भी तरह के दस्तावेजी साक्ष्य अदालत में केस को मज़बूती देते हैं।

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