घर बैठे कैसे जानें कि सोना असली है या नकली, ये आसान तरीके करेंगे आपकी मदद
क्या आपके गहनों की चमक असली है या बस दिखावा? बाजार में नकली सोने के गहनों की बढ़ती संख्या के चलते यह सवाल हर उपभोक्ता के मन में उठता है। मगर राहत की बात यह है कि अब आप बिना किसी महंगे उपकरण या लैब के घर बैठे भी यह पता लगा सकते हैं कि आपका सोना असली है या नहीं।
बीआईएस हॉलमार्क: पहला प्रमाण
सबसे पहले बात करते हैं बीआईएस हॉलमार्क की। यह भारत सरकार द्वारा निर्धारित एक प्रमाणिकता चिह्न है जो सोने की शुद्धता का सबसे विश्वसनीय प्रमाण माना जाता है। यह एक त्रिकोणीय लोगो के रूप में दिखाई देता है और यह दर्शाता है कि गहना निर्धारित मानकों पर खरा उतरा है। 22 कैरेट सोने के गहनों के लिए यह हॉलमार्क सबसे उपयुक्त माना जाता है।
घर ऐसे जांचें
अगर आप वैज्ञानिक नजरिए से सोचें तो सिरका परीक्षण एक सरल रासायनिक प्रतिक्रिया पर आधारित है। एक स्वच्छ सतह पर गहने रखें और उन पर सिरके की दो बूंदें डालें। अगर गहना काला पड़ने लगे तो समझिए वह असली सोना नहीं है। असली सोने पर सिरके का कोई असर नहीं होता।
एक और बेहद आसान प्रयोग है पानी परीक्षण। एक बर्तन में पानी भरें और अपने सोने के गहने को उसमें डालें। यदि गहना डूब जाता है तो यह एक अच्छा संकेत है। असली सोना भारी होता है और डूब जाता है। तो वहीं नकली धातुएं अक्सर तैरती हैं या धीरे-धीरे नीचे जाती हैं।
चुंबक से पहचानें नकलीपन
असली सोना चुंबकीय नहीं होता। यदि आप अपने गहनों को चुंबक के पास ले जाते हैं और वे उसकी ओर आकर्षित होते हैं तो यह साफ संकेत है कि उनमें अन्य धातुएं मिली हुई हैं।
एक तरीका है दांतों से दबाना। 24 कैरेट सोना शुद्ध और नरम होता है। जब आप इसे हल्के से दांतों से दबाते हैं तो उस पर हल्के निशान रह जाते हैं। हालांकि ये तरीका आधुनिक गहनों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता क्योंकि आजकल डिज़ाइनिंग के कारण मिश्रित धातुओं का उपयोग भी होता है।
रंग और ध्वनि की पहचान
असली सोने का रंग हल्का पीला होता है जो प्राकृतिक रूप से चमकता है। नकली धातुएं अक्सर कृत्रिम या बहुत चमकदार दिखाई देती हैं। वहीं असली सोना जब गिरता है तो उसकी आवाज़ भी कुछ अलग होती है – यह गहरी और धात्विक होती है।
गहनों की खरीदारी अब सिर्फ सुंदरता तक सीमित नहीं रही बल्कि उसकी प्रामाणिकता और मूल्य भी उतना ही महत्वपूर्ण हो चला है। ऊपर बताए गए सरल परीक्षणों के माध्यम से आप घर बैठे ही अपने सोने की जांच कर सकते हैं। हालांकि यदि अब भी शंका हो तो नजदीकी BIS प्रमाणित जौहरी या लैब में सत्यापन करवाना सबसे बेहतर विकल्प है।