गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को ऐसे सिखाएं असली जिंदगी के मजे, उम्र भर याद रहेंगे ये पल
गर्मियों की छुट्टियां बच्चों के लिए सिर्फ आराम करने का नहीं बल्कि सीखने खोजने और जीवन के असली मजे लेने का समय होती हैं। पर सवाल ये उठता है कि मोबाइल व टीवी के इस दौर में बच्चों के लिए छुट्टियों को कैसे खास बनाया जाए? आइए जानें कुछ आसान और दिलचस्प तरीके जो बच्चों के बचपन में सुनहरी यादें जोड़ सकते हैं।
रिश्तेदारी के बंधन को मजबूत करें
अपने बच्चों को कुछ दिन के लिए रिश्तेदारों या दोस्तों के घर भेजें। इससे वे परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रिश्ते निभाने नए माहौल में घुलने-मिलने और सामाजिक कौशल सीखने का अनुभव करते हैं। इसी तरह अपने घर में उनके बच्चों को भी आमंत्रित करें और इस दौरान ढेर सारी गतिविधियां प्लान करें जैसे घूमना नाटक करना फिल्में देखना शिल्प कला में हाथ आजमाना और ढेर सारी बातें करना।
यात्रा के दौरान मिलें सीखने के नए मौके
छुट्टियों में परिवार के साथ यात्रा करना बच्चों के दिमाग को नई दिशा देता है। ट्रेन से सफर करते समय बच्चों को पेंट्री कार रास्ते में आने वाले भौगोलिक बदलाव अलग-अलग भाषाओं और खानपान की आदतों के बारे में बताइए। जहां भी जाएं वहां की संस्कृति और जीवनशैली के बारे में उनसे बात करें। जितना ज्यादा बच्चे अलग-अलग अनुभव पाएंगे उतना ही उनका नजरिया व्यापक बनेगा।
छुट्टियों की योजना में बच्चों को बनाइए सहभागी
यात्रा की योजना बनाते समय बच्चों को भी शामिल करें। उन्हें स्थान चुनने होटल बुकिंग करने या कार्यक्रम बनाने जैसे छोटे-छोटे निर्णयों में भागीदार बनाएं। इससे न केवल उनकी निर्णय क्षमता बढ़ेगी बल्कि जिम्मेदारी का भी एहसास होगा।
कला और रचनात्मकता को दीजिए पंख
बच्चों के लिए एक क्रिएटिव प्रोजेक्ट तय करें जैसे कि ग्रीटिंग कार्ड बनाना ओरिगेमी सीखना नैपकिन पर कढ़ाई करना या घर के किसी कोने की दीवार पर पेंटिंग करना। बागवानी करना भी एक शानदार विकल्प हो सकता है। ये गतिविधियां बच्चों को न सिर्फ व्यस्त रखेंगी बल्कि उनमें धैर्य एकाग्रता और रचनात्मकता भी विकसित करेंगी।
जिंदगी की कला सिखाइए खेल-खेल में
घर के कामों में बच्चों को शामिल करें। खाना बनाना घर की सफाई खरीदारी करना घरेलू बजट तैयार करना जैसी छोटी-छोटी चीजें बच्चों में आत्मनिर्भरता और व्यवहारिक समझ पैदा करती हैं।
दोस्ती और सामुदायिक अनुभव
बच्चों को उनके दोस्तों के साथ बाहर खेलने घूमने और नए लोगों से मिलने का मौका दें। चाहे वह किसी आम के व्यापारी के यहां जाकर पेड़ लगाना हो या किसी स्थानीय कलाकार का इंटरव्यू लेना ऐसे अनुभव बच्चों को अपने समुदाय से गहराई से जोड़ते हैं।
किताबों के साथ मुलकात कराइए
छुट्टियों में बच्चों को किताबों की दुनिया से परिचित कराइए। उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित करें कहानियां सुनाएं और परिवार में छोटे-छोटे रीडिंग सेशन्स आयोजित करें। ग्रुप में किताबें पढ़ना और उन पर चर्चा करना बच्चों में पढ़ने की आदत को मजबूत बनाता है।
मोबाइल पर रखें नियंत्रण
सबसे जरूरी बात छुट्टियों में मोबाइल के इस्तेमाल को सीमित करें। बच्चों को समझाएं कि स्क्रीन एक माध्यम है मगर असली मजा असली अनुभवों में है। इसके लिए घर में स्क्रीन के इस्तेमाल को लेकर सभी के लिए नियम बनाएं और खुद भी उनका पालन करें।