ठेले-रेहड़ी वालों के लिए जरूरी खबर, यूपी के इस शहर में नेम प्लेट जरूरी
उत्तर प्रदेश के आगरा नगर निगम (Agra Municipal Corporation) ने ठेला-रेहड़ी और पटरी (street vendor) व्यवसायियों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसके तहत अब हर ठेले और रेहड़ी पर मालिक का नाम और पंजीकरण संख्या साफ-साफ बोर्ड पर लिखना अनिवार्य होगा। इस फैसले का मकसद अव्यवस्थित अतिक्रमण को नियंत्रित करना और सड़क किनारे कारोबारियों की पहचान सुनिश्चित करना है।
क्यों लिया गया ये फैसला
अक्सर देखा जाता है कि कांवड़ यात्रा और धार्मिक मेलों के दौरान पटरी व्यवसायियों की संख्या अचानक बढ़ जाती है। ऐसे में अव्यवस्थित अतिक्रमण से न सिर्फ यातायात बाधित होता है बल्कि शहर की सुंदरता भी प्रभावित होती है। नगर निगम पार्षद बद्री प्रसाद माहौर ने इस विषय पर प्रस्ताव रखा था जिसे मेयर हेमलता दिवाकर (Mayor Hemlata Diwakar) की अगुवाई में कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया।
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कितने कारोबारी आएंगे दायरे में
नगर निगम (Agra Municipal Corporation) की सीमा में लमसम 60000 से ज्यादा ठेला और रेहड़ी-पटरी वाले सक्रिय हैं। अब उन्हें अपना पंजीकरण नंबर और नाम स्पष्ट रूप से बोर्ड पर प्रदर्शित करना होगा। इससे न सिर्फ प्रशासन के पास सही आंकड़े रहेंगे बल्कि उपभोक्ताओं को भी भरोसेमंद पहचान उपलब्ध होगी।
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सिर्फ नाम नहीं पारदर्शिता भी जरूरी
इस फैसले से यह भी उम्मीद है कि किसी भी विवाद या खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर उठने वाले सवालों का फौरन समाधान हो सकेगा। सभासदों का मानना है कि इस पहल से कारोबारियों को अपने व्यवसाय के प्रति जिम्मेदार बनाने में भी मदद मिलेगी।
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आपको बता दें कि नगर निगम के ये फैसले सड़क किनारे व्यवस्थित कारोबार को बढ़ावा देने के साथ ही शहर की खूबसूरती को बनाए रखने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।