केकेआर को प्लेऑफ की उम्मीदें, सीएसके की इज्जत बचाने की चुनौती; जानें किसका पलड़ा भारी
आईपीएल 2025 अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है और मुकाबले हर दिन रोमांचक होते जा रहे हैं। 7 मई को ईडन गार्डन्स, कोलकाता में खेले जाने वाला 57वां मैच कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के बीच होगा। जहां केकेआर के लिए यह मुकाबला प्लेऑफ में जगह बनाने की उम्मीदों को ज़िंदा रखने का अवसर है। वहीं सीएसके के लिए यह मुकाबला सम्मान की लड़ाई बन चुका है।
चेन्नई सुपर किंग्स को इज्जत बचाने की चुनौती
चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन इस सीजन उनके मानकों से कहीं कम रहा है। 11 मैचों में केवल 2 जीत और 9 हार के साथ टीम फिलहाल अंक तालिका में सबसे नीचे यानी 10वें स्थान पर है। एमएस धोनी की कप्तानी छोड़ने के बाद की यह पहली बड़ी परीक्षा सीएसके के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुई है। हालांकि वे प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुके हैं, मगर युवा खिलाड़ियों को मौका देने और सीजन का अंत एक जीत के साथ करने का प्रयास ज़रूर करेंगे।
कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए प्लेऑफ की उम्मीदें अभी ज़िंदा
कोलकाता नाइट राइडर्स ने सीजन की धीमी शुरुआत के बाद खुद को अच्छी तरह संभाल लिया है। टीम अब तक 11 मैचों में 5 जीत और 5 हार के साथ अंक तालिका में छठे स्थान पर बनी हुई है, जबकि एक मुकाबला बारिश के कारण बेनतीजा रहा। केकेआर को अगर प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है, तो यह मैच हर हाल में जीतना होगा। टीम के पास आंद्रे रसेल, रिंकू सिंह और सुनील नरेन जैसे मैच विनर खिलाड़ी मौजूद हैं जो किसी भी दिन मैच का रुख बदल सकते हैं।
जानें किसका रहा है पलड़ा भारी
केकेआर और सीएसके के बीच आईपीएल में अब तक कुल 31 मुकाबले हुए हैं, जिनमें चेन्नई ने 20 मैचों में बाजी मारी है जबकि कोलकाता ने 11 मुकाबले जीते हैं। आंकड़े यह ज़रूर दिखाते हैं कि चेन्नई का पलड़ा भारी रहा है, मगर मौजूदा फॉर्म के लिहाज़ से केकेआर को कम आंकना एक भूल हो सकती है।
कोलकाता की कुंजी: अगर कोलकाता को जीत हासिल करनी है, तो टॉप ऑर्डर को स्थिर शुरुआत देनी होगी और डेथ ओवर्स में बड़े शॉट्स की ज़रूरत पड़ेगी। गेंदबाजी में वरुण चक्रवर्ती और हरि नाइक का रोल अहम रहेगा।
सीएसके की उम्मीदें: भले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हों, मगर सीएसके की टीम अनुभव से भरपूर है। रविंद्र जडेजा, मोईन अली और दीपक चाहर जैसे खिलाड़ी किसी भी मुकाबले को पलट सकते हैं। अगर युवा खिलाड़ी खुलकर खेलें, तो यह मुकाबला सीएसके के लिए यादगार हो सकता है।