Iran Israel War 2025: 12 दिन तक चला युद्ध, सैन्य ठिकाने और शहर तबाह; किसको कितना नुकसान
Iran Israel War 2025: ईरान (Iran) और इज़राइल (Israel) के बीच 13 जून 2025 से जारी तनाव अब Middle East War का रूप ले चुका है। दोनों मुल्कों के मध्य हमले बीते 12 दिनों से निरंतर चल रहे थे। यह युद्ध Iran Israel Conflict के इतिहास में सबसे बड़ा और भयावह साबित हुआ। इज़राइल ने इस बार Operation Rising Lion के तहत ईरानी परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमला किया।
इस हमले के जवाब में ईरान ने Iran Missile Attack और Israel Drone Strike के ज़रिये इज़राइली शहरों और सैन्य ठिकानों पर जबरदस्त हमले किए। इसके बाद 22 जून को United States (US) ने भी हस्तक्षेप किया और Operation Midnight Hammer के तहत ईरान के तीन परमाणु स्थलों – Fordo Nuclear Center, Natanz और Isfahan पर हमला किया। इस हमले में US Air Force ने खतरनाक B-2 Stealth Bomber का इस्तेमाल किया।
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इस अभूतपूर्व युद्ध के कारण दोनों देशों में व्यापक तबाही हुई है। सैकड़ों लोग मारे गए, शहर नष्ट हो गए और military infrastructure बर्बाद हो गया। ईरान में अनुमानित Civilian Deaths in Iran की संख्या 657 से 800 तक पहुंच गई है। वहीं Tehran Civilian Casualties में कई महिलाओं और बच्चों की भी मौत हुई है।
इज़राइल ने इस युद्ध में कई IRGC Commander Killed किए। इसके अलावा Iranian Scientists Killed की रिपोर्ट में सामने आया कि इस्सर तबातबाई-कामसेह और उनकी पत्नी सहित छह प्रमुख वैज्ञानिक भी मारे गए।
ईरान के हमलों में Tel Aviv Attack, Haifa Missile Attack और बीरशेबा जैसे बड़े शहर निशाने पर रहे। जवाबी कार्रवाई में इज़राइल ने Isfahan Attack, Natanz Attack, और Fordo Nuclear Center पर विनाशकारी हवाई हमले (Israel Air Strike) किए।
इस युद्ध की शुरुआत तब हुई जब International Atomic Energy Agency ने 12 जून को ईरान पर Iran Nuclear Program से जुड़े दायित्वों को निभाने में विफल रहने का आरोप लगाया। ठीक अगले दिन इज़राइल ने Operation Rising Lion शुरू कर दिया।
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सिर्फ इतना ही नहीं, ईरान के सहयोगी Houthi Rebels ने भी इस युद्ध में दखल दिया। उन्होंने Houthi Israel Attack के तहत इज़राइल पर मिसाइलें दागीं। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ। लेकिन इसके बाद US Iran Conflict और गहरा गया क्योंकि हौथियों ने अमेरिका के साथ चल रहे युद्धविराम का उल्लंघन कर दिया।
इज़राइल में अब तक 24 से 30 लोगों की मौत हो चुकी है, और अनुमानतः 300 से 600 लोग घायल हुए हैं, जिनमें अधिकांश missile attacks या bunker stampede के दौरान घायल हुए।
Iran Israel Missile War के इस अध्याय ने साबित कर दिया है कि अब मिडिल ईस्ट की स्थिति बहुत अस्थिर हो चुकी है। अमेरिका की सैन्य भागीदारी से यह साफ हो गया है कि यह सिर्फ दो देशों का नहीं एक वैश्विक रणनीतिक युद्ध है।