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जानें 1.5 टन AC चलाने के लिए कितने सोलर पैनल चाहिए

उत्तर भारत में गर्मी की आमद किसी समस्या से कम नहीं होता। अप्रैल की शुरुआत के साथ ही तापमान बढ़ना शुरू हो जाता है और जून-जुलाई तक तो हालत यह होती है कि बिना एयर कंडीशनर (AC) के घर में रहना मुश्किल हो जाता है। AC हमें तपती गर्मी से राहत तो दिलाता है, मगर इसके साथ ही बिजली का बिल भी आसमान छूने लगता है।

यदि आपके घर में 1.5 टन का AC लगा है, तो मान लीजिए कि हर दिन लगभग 100 रुपये का अतिरिक्त खर्च आपकी जेब पर पड़ने वाला है। यानी महीने के आखिर में यह आंकड़ा तीन हजार रुपये तक पहुंच सकता है और पूरे गर्मी के मौसम में (लगभग छह महीने) ये 15,000 से 18,000 रुपये तक जा सकता है! ऐसे में एक आम सवाल मन में आता है कि इस बढ़ते बिजली के बिल से कैसे निपटा जाए और क्या AC चलाने के लिए सोलर पैनल एक किफायती विकल्प हो सकता है।

खुशी की बात ये है कि बढ़ती बिजली की लागत से परेशान कई लोग अब सौर ऊर्जा का रुख कर रहे हैं। ये सच भी है कि आप न केवल अपने AC को बल्कि अपने पूरे घर को भी सौर ऊर्जा से चला सकते हैं! हालांकि इसके लिए आपको कम से कम 10 सोलर पैनल की जरूरत होगी, जिस पर लगभग 5 लाख रुपये का खर्च आ सकता है। सीधे शब्दों में कहें तो एक 1.5 टन के AC को आसानी चलाने के लिए आपको लगभग 5 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम चाहिए होगा।

बिजली के बिल पर ऐसे करें बचत

अगर आप AC का इस्तेमाल करते हुए बिजली के बिल को पूरी तरह से खत्म करना चाहते हैं, तो आपको ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना होगा। यह सिस्टम आपको अपने घर के सभी चीजों को चला सकता है। इस सेटअप में आपको सोलर पैनल से आने वाली डायरेक्ट करंट (DC) को आपके घरेलू उपकरणों के लिए आवश्यक अल्टरनेटिंग करंट (AC) में बदलने के लिए एक सोलर इन्वर्टर और बिजली स्टोर करने के लिए एक हैवी-ड्यूटी बैटरी की आवश्यकता होगी।

हालांकि, ऑफ-ग्रिड सिस्टम में रात के समय बैटरी से मिलने वाली बिजली सीमित हो सकती है जो शायद 2 से 3 घंटे ही AC चलाने के लिए पर्याप्त हो। यदि आप अपने उपयोग को बढ़ाना चाहते हैं, तो ऑन-ग्रिड या हाइब्रिड सोलर सिस्टम आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं। ऑन-ग्रिड सिस्टम के लिए आपको अपने स्थानीय बिजली विभाग के साथ समन्वय स्थापित करना होगा। इस सिस्टम में दिन के दौरान उत्पन्न अतिरिक्त सौर ऊर्जा को ग्रिड में वापस भेजा जा सकता है और रात में या जब सौर ऊर्जा उपलब्ध न हो, तो आपके घर को मुख्य बिजली सप्लाई से बिजली मिलती है।

कौन सा सोलर सिस्टम सही

अब बात करते हैं कि आपके लिए कौन सा सोलर सिस्टम सबसे अच्छा रहेगा। हाइब्रिड सोलर सिस्टम विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि यह आपको उच्च बिजली बिलों और बिजली कटौती दोनों से सुरक्षा प्रदान करता है। इस सेटअप में दिन के दौरान सोलर पैनल से जनरेट अतिरिक्त ऊर्जा को ग्रिड में वापस जमा किया जा सकता है, जिससे आप रात में या बिजली की अधिक मांग के समय उस जमा ऊर्जा का यूज कर सकते हैं।

आखिर में किस प्रकार का सोलर सिस्टम लगाना है। ये आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों पर निर्भर करेगा। एक सामान्य आकार के घर के लिए 5kW का सोलर पैनल सिस्टम पर्याप्त होना चाहिए। मगर अगर आपके घर में बिजली से चलने वाले उपकरणों की संख्या अधिक है, तो आपको अतिरिक्त पैनल लगाने की आवश्यकता हो सकती है।

 

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