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अगर हवा में दो परमाणु मिसाइलें भिड़ जाएं तो क्या होगा, जानें

दुनिया ने बीसवीं सदी में वो खौफनाक मंजर देखा है जो किसी फिल्म की स्क्रिप्ट नहीं बल्कि हकीकत थी। जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बमों ने न सिर्फ शहरों को तबाह किया बल्कि इंसानियत को झकझोर दिया। सालों बाद चेरनोबिल जैसा हादसा हुआ। इसने रेडिएशन के असर को और गहराई से समझाया। आज भले ही इन घटनाओं को इतिहास मान लिया गया हो मगर इनकी परछाई अब भी जिंदा है बीमार शरीरों, अधूरे जीवन और डर के रूप में।

इसी इतिहास के पन्ने में जब हम भारत और पाकिस्तान जैसे देशों के बीच परमाणु तनाव की बात सुनते हैं तो दिल में एक सवाल उभरता है अगर दो परमाणु मिसाइलें हवा (Nuclear missile) में आपस में टकरा जाएं तो क्या होगा।

जानें कैसे गिराए जाते हैं परमाणु बम

  • परमाणु हथियार अब केवल किसी फिल्मी विलेन का सपना नहीं हैं बल्कि कुछ देशों की वास्तविक सैन्य रणनीति का हिस्सा हैं। इन्हें गिराने के कई तरीके हैं।
  • बमवर्षक विमान द्वारा: पारंपरिक तरीका जहां हवाई जहाज़ से निशाने पर बम गिराया जाता है।
  • लंबी दूरी की मिसाइलें: ज़मीन से दागी जाने वाली मिसाइलें हज़ारों किलोमीटर दूर तक जा सकती हैं।
  • पनडुब्बी से लॉन्च: ये पानी के अंदर से छिपकर हमला करने का तरीका है जिसे ‘साइलेंट स्ट्राइक’ भी कहते हैं।
  • हवा से हवा में मिसाइल अटैक: सबसे तेज और सटीक जहां एक उड़ती हुई मिसाइल दूसरी मिसाइल को मार गिराती है।

अगर दो परमाणु मिसाइलें हवा में टकरा जाएं तो क्या होगा (what happened if Two Nuclear Missile Collided)

  • अब बात करते हैं उस खौफनाक कल्पना की जिसमें दो परमाणु मिसाइलें हवा में एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। ये घटना कई मायनों में भयानक हो सकती है।
  • असमय विस्फोट की आशंका: मिसाइलों के टकराने से उनमें लगे परमाणु हथियार समय से पहले भी फट सकते हैं।

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  • छोटा या बड़ा परमाणु विस्फोट: मिसाइल की डिजाइन और विस्फोटक सामग्री पर निर्भर करता है कि यह टक्कर सिर्फ धमाके तक सीमित रहेगी या फुल स्केल न्यूक्लियर एक्सप्लोजन में तब्दील हो जाएगी।
  • हवा में हुआ धमाका = बड़े इलाके का तबाह होना: अगर ये विस्फोट रिहायशी इलाके के ऊपर हुआ तो उसका असर कई किलोमीटर के दायरे में होगा। पूरा शहर अस्पताल स्कूल बाजार सब राख में बदल सकते हैं।

रेडिएशन कितना खतरनाक (Reaction If Two Nuclear Missile Collided)

  • परमाणु विस्फोट की सबसे डरावनी चीज़ उसका रेडिएशन होता है। यह आंखों से दिखता नहीं मगर शरीर को अंदर से खत्म कर देता है।
  • तत्काल प्रभाव: झुलसी हुई त्वचा अंधापन अंगों का काम करना बंद करना।
  • दीर्घकालिक प्रभाव: कैंसर बच्चों में विकलांगता मानसिक बीमारियां और कई पीढ़ियों तक असर।
  • प्राकृतिक संसाधनों का नाश: पानी हवा मिट्टी सब जहरीली हो जाती है।

कितना खतरनाक होगा ये सब

ये पूरी तरह निर्भर करता है कि मिसाइलों में लगे परमाणु बम कितने शक्तिशाली हैं। वे किस ऊंचाई पर टकराते हैं। टक्कर किस इलाके में होती है शहर गांव या सागर के ऊपर। हवाओं की दिशा क्या है जिससे रेडिएशन फैलने की रफ्तार और दिशा तय होती है।

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आखिर क्यों ज़रूरी है इस बात को समझना

हम सबने न्यूक्लियर हथियारों की धमकियों को कभी खबरों में कभी नेताओं की बातों में सुना है। मगर जरा सोचिए अगर गलती से भी ऐसी कोई घटना घट गई तो इंसानियत के पास बचने का कोई रास्ता नहीं होगा। आज जरूरत है कि दुनिया युद्ध की नहीं शांति की तैयारी करे।

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