जल्दबाजी में लिया गया एक बेकार फैसला था लॉकडाउन, अमेरिका ने बदली कोरोना वेबसाइट
कोविड-19 का खतरा टल गया है। चीन से शुरू हुए इस वायरस ने हजारों लोगों की जान ले ली है और अब तक इस पर पूरी तरह से रोक लग चुकी है। भारत के साथ साथ सभी देशों ने लॉकडाउन शुरू कर दिया था।
हालाँकि, वायरस को फैलने से कोई नहीं रोक सका। लोगों ने सुरक्षित दूरी बनाए रखी, मास्क पहने, सैनिटाइज़र का इस्तेमाल किया और खूब प्रयोग किए। अस्पताल के बिस्तर अपर्याप्त होते जा रहे थे। दवाइयों की कमी थी। डोलो जैसी गोलियाँ इतनी ज्यादा बिकीं कि एक रिकार्ड बन गया। इसी तरह कोरोना के कारण सबसे ज्यादा नुकसान झेलने वाले अमेरिका ने अब कहा है कि कोरोना काल में लॉकडाउन एक बेकार फैसला था।
ट्रंप ने खोल दिया चीन के खिलाफ मोर्चा
सरकार बदलने के साथ ही सरकार का लहजा भी बदलने लगा है। अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी तरह कोरोना से जुड़ी जानकारी देने वाली आधिकारिक वेबसाइट Covid.gov में भी बदलाव किया गया है। जैसे ही आप इस वेबसाइट पर जाते हैं, आपको एक नए वेबपेज पर पुनः निर्देशित किया जाता है। ये साइट पहले कोरोना वैक्सीन, टेस्ट और इलाज के बारे में जानकारी प्रदान करती थी।
अब ये वेबसाइट रिपोर्ट कर रही है कि कोरोना वायरस एक चीनी लैब से लीक हुआ था। कोरोना प्रकोप की शुरुआत में कहा गया था कि कोरोना वायरस चीन के वुहान से फैला है। यह भी दावा किया गया कि वायरस किसी प्रयोगशाला से लीक हुआ था। यह दावा चीन की एक महिला शोधकर्ता ने किया है। इसके बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया। ये भी कहा गया कि यह वायरस जैव युद्ध के लिए बनाया जा रहा है, जिसका मकसद दुश्मन देश में तबाही मचाना है। हालाँकि, आज तक इस लैब सिद्धांत के लिए कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है।
अमेरिका में कोरोना से संबंधित सभी वेबसाइट अब इस चीन विरोधी वेबसाइट पर रीडायरेक्ट की जा रही हैं। वेबसाइट covidtests.gov, जहां से कोविड परीक्षण किट का ऑर्डर दिया जा सकता है, उसको भी वहां पुनर्निर्देशित किया गया है। ट्रम्प के सत्ता में आने के बाद से कई सरकारी वेबसाइटों की सामग्री को उनके एजेंडे के अनुरूप बदल दिया गया है।