न अडानी, न अंबानी; इस भारतीय ने अब तक कमाया है सबसे ज्यादा पैसा
जब अमेरिका की नीतियों में बदलाव होता है, तो उसकी गूंज सिर्फ वॉशिंगटन तक सीमित नहीं रहती। उसका असर पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं पर साफ दिखाई देता है। 2025 की शुरुआत में कुछ ऐसा ही हुआ जब डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ पर नरम रुख अपनाया। इस फैसले ने सिर्फ शेयर बाजारों को नई जान दी बल्कि दुनिया के टॉप अमीरों की दौलत की गणित भी पूरी तरह बदल दी।
ये भारतीय बना नया कमाई किंग
एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने इस वर्ष दौलत की दौड़ में गौतम और मुकेश अंबानी जैसे पैसे वालों को पछाड़ दिया है। 2025 में उनकी संपत्ति में 4.30 अरब डॉलर का जबरदस्त इजाफा हुआ है। अब उनकी टोटल संपत्ति 28.2 अरब डॉलर हो चुकी है और वे ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स में 64वें पायदान पर पहुंच गए हैं।
जहां बाकी दिग्गज स्थिरता की तलाश में थे। वहीं मित्तल ने सही मौके पर रणनीतिक फैसलों के जरिए बड़ा मुनाफा कमाया। ये भारतीय टेलीकॉम सेक्टर की वापसी की एक बड़ी कहानी है।
राधाकृष्ण दमानी भी पीछे नहीं
DMart के संस्थापक राधाकृष्ण दमानी भी इस साल शानदार प्रदर्शन करने वालों में शामिल हैं। उनकी संपत्ति में 4.29 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई और अब वे 20.6 अरब डॉलर के साथ 96वें स्थान पर हैं। हालांकि मित्तल से थोड़ा पीछे हैं, मगर दमानी की धीमी और स्थिर ग्रोथ निवेशकों के लिए एक मजबूत संदेश देती है।
अडानी और अंबानी की वापसी
साल 2023 और 2024 में भारी गिरावट के बाद 2025 में अडानी और अंबानी दोनों की दौलत में जबरदस्त इजाफा हुआ है। गौतम अडानी की संपत्ति अब 79.6 अरब डॉलर है और इस साल उन्होंने 900 मिलियन डॉलर का लाभ कमाया।
मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 94.10 अरब डॉलर है, इस साल 3.54 अरब डॉलर की कमाई के साथ दुनिया के 16वें सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं।
दोनों अब घाटे वाले शेयरों की सूची से निकलकर फायदा देने वाले शेयरों की सूची में आ चुके हैं। ये बदलाव भारत की आर्थिक स्थिरता और निजी क्षेत्र की ताकत को बताता है।
मस्क और बेजोस को भारी नुकसान
हैरानी वाली बात ये है कि इस साल की टॉप कमाई की लिस्ट में न एलन मस्क हैं और न ही जेफ बेजोस। मस्क को इस साल सबसे बड़ा झटका लगा। वो भी 122 अरब डॉलर का नुकसान। बेजोस की संपत्ति भी 36.6 अरब डॉलर घट गई और वह तीसरे स्थान पर लुढ़क गए। ये आंकड़े बताते हैं कि टेक इंडस्ट्री के बादशाह भी बाज़ार के उतार-चढ़ाव से अछूते नहीं रहते।