अब EMI का बोझ होगा हल्का, 2 बड़े सरकारी बैंकों ने घटाई ब्याज दरें
घर और कार खरीदने का ख्वाब देख रहे लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में कटौती के बाद अब कई प्रमुख बैंकों ने अपनी ब्याज दरों को कम करना शुरू कर दिया है। इस कदम से आम जनता पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ को कम करने में हेल्प मिलेगी।
दो सरकारी बैंकों ने दी राहत
भारत के दो बड़े सरकारी बैंक केनरा बैंक और इंडियन बैंक इस पहल में सबसे आगे रहे हैं। केनरा बैंक ने 12 अप्रैल 2025 से अपने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में 25 आधार अंकों की कटौती की है। इस कटौती के बाद केनरा बैंक में गृह ऋण की शुरुआती ब्याज दर अब 7.90 प्रतिशत प्रति वर्ष होगी जबकि ऑटो लोन की ब्याज दर 8.20 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होगी। बैंक का कहना है कि इस बदलाव से मौजूदा और नए ग्राहकों की मासिक किस्त (EMI) कम होगी जिससे कर्ज लेना और भी सरल, सस्ता हो जाएगा।
वहीं इंडियन बैंक ने भी अपने लोगों को राहत देते हुए होम लोन की ब्याज दर को 8.15 प्रतिशत से घटाकर 7.90 प्रतिशत और ऑटो लोन की ब्याज दर को 8.50 प्रतिशत से कम करके 8.25 प्रतिशत कर दिया है। इतना ही नहीं इंडियन बैंक ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए प्रोसेसिंग फीस और डॉक्यूमेंटेशन शुल्क को भी माफ कर दिया है जिससे ग्राहकों को अतिरिक्त वित्तीय लाभ मिलेगा।
देश के सबसे बड़े सरकारी क्षेत्र के बैंक एसबीआई ने भी अपनी बाह्य बेंचमार्क आधारित उधार दर (EBLR) को 8.90% से घटाकर 8.65% कर दिया है। इसके अतिरिक्त पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने भी क्रमशः अपने आरएलएलआर और आरबीएलआर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। बैंक ऑफ इंडिया ने तो यह नई दरें 9 अप्रैल 2025 से ही लागू कर दी हैं।
फाइनेंस जानकारों का मानना है कि बैंकों द्वारा ब्याज दरों में की गई यह कटौती लोन की उपलब्धता को पहले से कहीं अधिक सुगम बनाएगी। उनका कहना है कि ये मध्यम वर्ग और पहली बार घर या कार खरीदने वालों के लिए एक अच्छा मौका है। जानकारों का ये भी मानना है कि इस कदम से ऑटोमोबाइल और रियल एस्टेट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
ये देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में अन्य बैंक भी इसी रास्ते पर चलते हुए अपनी ब्याज दरों में कटौती करते हैं या नहीं। फिलहाल केनरा बैंक इंडियन बैंक एसबीआई, पंजाब नेशनल बैंक और बीओआई के इस कदम से निश्चित रूप से आम जनता को बड़ी राहत मिली है और उनके घर या गाड़ी खरीदने के सपने को एक नई उम्मीद मिली है।