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इन तीन कमियों को दूर कर IPL 2025 में जीत पायी RCB

17 साल का इंतज़ार हजारों दिलों की धड़कन और हर सीज़न की शुरुआत के साथ एक उम्मीद “ई साल कप नामदे!”। इस बार सिर्फ नारा नहीं बल्कि हकीकत बन गया। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) ने आखिरकार IPL 2025 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में खेले गए फाइनल मुकाबले में RCB ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर अपनी पहली ट्रॉफी अपने नाम की।

यह सिर्फ एक जीत (Ee Sala Cup Namde) नहीं थी बल्कि एक युग का अंत और एक नए युग की शुरुआत थी। एक टीम जिसे ट्रॉफी नहीं मिल पाने के लिए सालों तक ट्रोल किया गया अब IPL की चैंपियन बन चुकी है। IPL 2025 csx उन्होंने कई सुधार किए हैं।

RCB की जीत: एक टीम एफर्ट की कहानी

पहला सुधार

RCB ( Royal Challengers Bangalore) ने फाइनल में टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। हालांकि शुरुआत कुछ खास नहीं रही। फिल साल्ट (16 रन) जल्दी आउट हो गए मगर विराट कोहली ने एक बार फिर मोर्चा संभाला। उन्होंने 35 गेंदों में 43 रन की संयमित पारी खेली और टीम को शुरुआती झटकों से उबारा।

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उनके बाद मयंक अग्रवाल (24 रन) और कप्तान रजत पाटीदार (26 रन) ने अहम योगदान दिया। मगर सबसे महत्वपूर्ण बात थी RCB ने जोखिम लेने के बजाय विकेट बचाने की रणनीति अपनाई जिससे वो 190 रन तक पहुंच सके।

ये स्कोर IPL फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में चुनौतीपूर्ण था खासकर तब जब गेंदबाज़ी में विविधता और अनुभव हो।

भुवनेश्वर कुमार: मैच के असली हीरो (Bhuvneshwar Kumar: The real hero of match)

जब पंजाब किंग्स की टीम लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो उनके इरादे साफ थे आक्रामक शुरुआत और मिडिल ओवर्स में गति। मगर RCB के गेंदबाज़ों ने उन्हें बांधे रखा।

भुवनेश्वर कुमार ( Bhubaneswar Kumar) जो कि इस सीज़न में RCB की गेंदबाज़ी की रीढ़ बनकर उभरे उन्होंने 17वें ओवर में दो बड़े विकेट लेकर मैच का पासा पलट दिया। नेहाव वढेरा और मार्कस स्टोइनिस जैसे इनफॉर्म बल्लेबाज़ों को आउट कर उन्होंने RCB की जीत की नींव रख दी।

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भुवी का फिगर: 4 ओवर 38 रन 2 विकेट पर हर रन अमूल्य साबित हुआ।

जोश हेजलवुड और यश दयाल ने भी अपनी कसी हुई गेंदबाज़ी से पंजाब की रफ्तार को ब्रेक लगाया खासकर डेथ ओवर्स में।

दूसरा सुधार

RCB की एक पुरानी कमजोरी रही है बड़े मैचों में रन चेज का प्रेशर झेल नहीं पाना। 2009 2011 और 2016 के फाइनल इसकी गवाह हैं। मगर इस बार कहानी बदली। RCB ने फाइनल में पहले बैटिंग करने का साहसिक निर्णय लिया और फिर गेंदबाज़ों ने उस फैसले को सही साबित किया।

190 रन का बचाव करना आसान नहीं था मगर टीम ने शानदार संयम और रणनीति के साथ मुकाबला जीता।

तीसरा सुधार

RCB की 2025 की टीम में वो सबकुछ था जो एक चैंपियन टीम में होना चाहिए अनुभव युवा जोश फॉर्म में चल रहे खिलाड़ी और गहरी बेंच स्ट्रेंथ। पंजाब (PBKS) की तुलना में RCB का टीम संयोजन कहीं ज़्यादा संतुलित और विविधता भरा था।

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बैटिंग में कोहली पाटीदार मयंक जैसे खिलाड़ी, गेंदबाज़ी में भुवी हेजलवुड दयाल जैसे अनुभवी हथियार और ऑलराउंडर के तौर पर रोमार्यो शेफर्ड ने भी फील्डिंग अहम रोल निभाया।

विराट कोहली को अंत में मिला इंसाफ

विराट कोहली IPL के सबसे चर्चित और सफल बल्लेबाज़ों में से एक इस खिताब के लिए 17 साल से इंतज़ार कर रहे थे। उन्हें ट्रॉफी न जीत पाने के लिए सोशल मीडिया पर कितनी ही बार ट्रोल किया गया। मगर इस सीज़न में उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी आलोचकों को करारा जवाब दिया।

सीज़न रन tally: 614 रन और वो भी बेहतरीन स्ट्राइक रेट के साथ।

फाइनल में भले ही वो शतक न बना सके मगर उनकी पारी ने नींव रख दी। उनका अनुभव उनका जुनून और टीम के लिए उनका समर्पण हर चीज़ फाइनल में झलक रही थी।

RCB के फैंस आखिरकार पूरी हुई दुआ

अगर IPL की सबसे वफादार और जोशीली फैनबेस की बात करें तो RCB के फैंस का नाम सबसे ऊपर आता है। “ई साल कप नामदे” “RCB RCB” के नारे हर सीज़न गूंजते रहे मगर फिनाले में गुम हो जाते थे।

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इस बार नहीं

2025 में बेंगलुरू के हर कोने में जश्न था। सोशल मीडिया पर #RCBChampions ट्रेंड कर रहा था। फैंस की आँखों में खुशी के आंसू थे यह सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं बल्कि भावनाओं की जीत थी।

IPL 2025: एक नए चैप्टर की शुरुआत

RCB की जीत केवल उनके लिए ही नहीं बल्कि पूरे IPL के लिए एक नया मोड़ है। ये जीत दिखाती है कि संघर्ष निरंतरता और टीमवर्क से कोई भी सपना सच हो सकता है। उन्होंने अपनी कमजोरियों को पहचाना , रन चेज की जगह स्ट्रेटेजिक बैटिंग को चुना, गेंदबाज़ों पर भरोसा दिखाया और सबसे बड़ी बात टीम वर्क को प्राथमिकता दी।

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अब आगे क्या

RCB की ट्रॉफी के बाद सवाल यह है क्या ये सिर्फ एक बार की बात है या एक नए युग की शुरुआत। अगर टीम इसी जोश प्लानिंग और संतुलन के साथ खेलती रही तो आने वाले सालों में RCB को ट्रॉफी के दावेदारों में सबसे ऊपर देखा जाएगा। RCB की इस ऐतिहासिक जीत ने साबित कर दिया कि सपने सच होते हैं अगर आप हार नहीं मानते। 17 साल का सूखा खत्म हुआ और अब उनके पास IPL ट्रॉफी है वो भी पंजाब किंग्स जैसे फॉर्म में चल रही टीम को हराकर।

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