गर्मी में भी बढ़ता है डेंगू मलेरिया का खतरा, जानिए लक्षण और बचाव के आसान तरीके
जैसे ही मौसम बदलता है मच्छरों का आतंक बढ़ना शुरू हो जाता है। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां हर साल लाखों लोगों की जान जोखिम में डालती हैं। हम अक्सर सोचते हैं कि मलेरिया सिर्फ बारिश के मौसम में ही फैलता है मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि गर्मी का मौसम भी इस परजीवी बीमारी के लिए उतना ही भयानक हो सकता है!
दरअसल गर्मी मच्छरों के प्रजनन के लिए एक अच्छा माहौल तैयार करती है। गर्म तापमान मच्छरों को अपना जीवन चक्र तेजी से पूरा करने में मदद करता है जिससे वे और तेजी से अपनी आबादी बढ़ाते हैं। तो इस गर्मी में मलेरिया के खतरे को हल्के में न लें! आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण क्या हैं और इससे बचने के लिए हम क्या-क्या कर सकते हैं।
मलेरिया के ये हैं आम लक्षण
बुखार के साथ तेज ठंड लगना
मांसपेशियों में असहनीय दर्द
शरीर में प्लेटलेट्स की कमी
गर्मी में क्यों बढ़ जाता है मलेरिया का खतरा
गर्मियों में मलेरिया के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है गर्म तापमान। यह मच्छरों के लिए प्रजनन का सबसे अनुकूल समय होता है। गर्मी मच्छरों को तेजी से बढ़ने और अंडे देने में मदद करती है। इसके अलावा कई बार गर्मी में होने वाली हल्की बारिश के कारण भी जगह-जगह पानी जमा हो जाता है जो मच्छरों के लिए नए प्रजनन स्थल बन जाते हैं।
मलेरिया से बचने के अचूक उपाय
मच्छरदानी का इस्तेमाल: सोते समय हमेशा मच्छरदानी लगाएं खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह बहुत जरूरी है।
कीटनाशक और तेल: मच्छरों को दूर रखने के लिए कीटनाशक स्प्रे और मच्छर repellent तेल का इस्तेमाल करें।
घर और आसपास की सफाई: अपने घर और आसपास के इलाके को साफ रखें और कहीं भी पानी जमा न होने दें। कूलर गमले और टायर आदि में जमा पानी को नियमित रूप से बदलते रहें।
हल्के रंग के कपड़े: हल्के रंग के ढीले और पूरी बाजू के कपड़े पहनें जो मच्छरों को आपके शरीर तक पहुंचने से रोकें।
डॉक्टर की सलाह: अगर आप ऐसे इलाके में जा रहे हैं जहां मलेरिया का खतरा ज्यादा है तो डॉक्टर से सलाह लें और मलेरिया से बचाव के लिए दवाएं जरूर लें।
मलेरिया से राहत के लिए कुछ घरेलू नुस्खे
नीम का पानी: नीम के पत्तों को उबालकर उस पानी को पीने से मलेरिया का वायरस कमजोर होता है।
गिलोय का रस: गिलोय एक बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और बुखार को कम करने में मदद करती है।
धनिया का पानी: धनिया के बीजों को पानी में उबालकर पीने से बुखार और थकान से राहत मिलती है।
मलेरिया में कम हो जाएं प्लेटलेट्स तो क्या करें
मलेरिया होने पर अक्सर शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है जिसे थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहते हैं। ऐसे में डॉक्टर के इलाज के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय भी आजमाए जा सकते हैं।
गिलोय और एलोवेरा जूस: इनका मिश्रण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और प्लेटलेट्स में सुधार करता है।
बकरी का दूध: कुछ लोगों का मानना है कि बकरी का दूध प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक होता है मगर इसका सेवन डॉक्टर से सलाह के बाद ही करें।
अंकुरित अनाज और खजूर: इनमें मौजूद खनिज और फाइबर शरीर को जल्दी ठीक होने में मदद करते हैं।