फल खाना चाहिए या जूस पीना चाहिए, जानें शरीर के लिए दोनों में कौन बेहतर
ये कहना गलत नहीं होगा कि फल प्रकृति का कीमती तोहफा हैं। क्योंकि फल स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। मगर कई लोग इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि उन्हें फल खाना चाहिए या जूस पीना चाहिए। कुछ लोग इससे भ्रमित हैं। फल या जूस…शरीर को क्या अधिक लाभ पहुंचाता है? आइए जानें सेहत के लिए क्या ज्यादा फायदेमंद है। मशहूर डाइटीशियन वल्लभ यादव ने इस बारे में अहम जानकारी दी है।
फलों को खाने से क्या असर होता है, जानें
फलों में विटामिन, खनिज और फाइबर जैसे अहम पोषक तत्व होते हैं। ये पाचन में सुधार करते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखते हैं। सेब में फाइबर होता है, जो आंतों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। जिससे आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। जब हम फल को काटते हैं तो हमारा दिमाग एक संकेत प्राप्त करता है कि मुझे भी पेट भरा हुआ महसूस हो रहा है। आम, संतरे या केले जैसे फलों में कई पोषक तत्व होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ती है।
जूस पीने से होता है ये असर
ताजे फलों का रस पीने की सबसे अच्छी बात ये है कि आपको इसमें कोई अतिरिक्त चीनी नहीं मिलानी पड़ती। ये विटामिन सी और हाइड्रेशन जैसे पोषक तत्वों को शीघ्रता से प्राप्त करने का एक त्वरित तरीका है। ये ज्यादा आरामदायक हैं क्योंकि इन्हें बोतल में आसानी से ले जाया जा सकता है। इससे आपको फल चबाने और खाने की परेशानी से भी छुटकारा मिल जाता है। फलों का रस पीने का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि प्राकृतिक चीनी जल्दी अवशोषित हो जाती है। इससे रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि हो सकती है। ये शुगर मरीजों के लिए विशेष रूप से बुरा है। इसका मतलब ये है कि आप जल्दबाजी में अधिक कैलोरी का उपभोग करते हैं।
दोनों में क्या बेहतर
फल खाना या जूस पीना। आपके लिए क्या अच्छा है कि ये आपकी वर्तमान जरूरों पर डिपेंड करता है। यदि आप तमाम स्वास्थ्य के नजरिए से देखें तो फल खाना बेहतर है। इससे आपको भरपूर मात्रा में फाइबर और अन्य जरुरी पोषक तत्व मिलेंगे। यदि आप फलों का जूस पीना चाहते हैं तो घर पर ही ताजा फलों का जूस बनाएं और केवल एक छोटा गिलास पिएं। ज्यादा मत पियो।
ऐसी दुकानों से जूस न पीएं जो साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखतीं। वरना आप लाभ की बजाय नुकसान कर सकते हैं। फाइबर युक्त भोजन करते समय जूस पीना अच्छा होता है, क्योंकि इससे पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। जब कई बीमारियों के कारण खाना मुश्किल हो जाता है तो फलों का रस मददगार होता है।