Akhilesh Yadav Birthday: 52 की उम्र में भी मजबूत, जानें अखिलेश यादव की उपलब्धियां और चुनौतियां
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक ऐसा चेहरा जिसने बेहद कम उम्र में सत्ता की बागडोर संभाली और राज्य के विकास को नई दिशा दी वह हैं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)। 1 जुलाई 2025 को वह अपना 52वां जन्मदिन ( Akhilesh Yadav Birthday) मना रहे हैं। आइए इस खास मौके पर उनके जीवन, राजनीतिक सफर और उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं।
सैफई से शुरू हुआ सफर, विदेश तक पहुंची पढ़ाई
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का जन्म 1 जुलाई 1973 को इटावा जिले के छोटे से गांव सैफई में हुआ था। उनके पिता, दिवंगत मुलायम सिंह यादव, समाजवादी आंदोलन के प्रखर नेता और यूपी की राजनीति में एक मजबूत स्तंभ रहे हैं। अखिलेश की प्रारंभिक शिक्षा राजस्थान मिलिट्री स्कूल, धौलपुर से हुई, इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन से उच्च शिक्षा हासिल की। विदेशी धरती से लौटकर उन्होंने सीधे उत्तर प्रदेश की राजनीति में कदम रखा और देखते ही देखते पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया।
सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड
क्या आप जानते हैं कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री रह चुके हैं? वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में जब समाजवादी पार्टी ने उनके नेतृत्व में प्रचंड बहुमत हासिल किया, तब अखिलेश ने मात्र 38 वर्ष की आयु में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 15 मार्च 2012 को लखनऊ के स्मृति उपवन में हुए समारोह में उन्होंने इस ऐतिहासिक पद की जिम्मेदारी संभाली।
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सत्ता का उतार-चढ़ाव: एक युवा नेता की परीक्षा
हालांकि, राजनीति में हर दिन एक जैसा नहीं होता। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की आंधी के सामने सपा सरकार सत्ता से बाहर हो गई। इसके बाद 2022 के चुनाव में भी समाजवादी पार्टी को बहुमत नहीं मिला, लेकिन अखिलेश ने हार को चुनौती की तरह लिया और राजनीतिक रूप से खुद को और मजबूत किया।
सांसद, विधायक और फिर से सांसद
2022 का चुनावी रण अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए दिलचस्प मोड़ लेकर आया। उन्होंने करहल सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रो. सत्यपाल सिंह बघेल को हराकर पहली बार विधायक बने। इसके लिए उन्हें आजमगढ़ लोकसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन ज्यादा दिन तक वो विधानसभा में नहीं रहे 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कन्नौज से बड़ी जीत हासिल कर संसद में वापसी की। यह सीट उनके लिए भावनात्मक रूप से भी खास रही है, क्योंकि यहीं से उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई थी।
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2024 के चुनाव में INDIA गठबंधन की धमाकेदार वापसी
2024 के लोकसभा चुनाव भारतीय राजनीति के लिए ऐतिहासिक रहे। नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा की लहर के बावजूद, विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस गठबंधन के दो प्रमुख चेहरे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया। पूरे प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से अकेले समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें अपने नाम कर लीं, जबकि पूरे गठबंधन ने कुल 43 सीटों पर जीत दर्ज की। यह नतीजे इस बात का प्रमाण हैं कि अखिलेश की रणनीति और जनसमर्थन आज भी मजबूत हैं।
डिंपल यादव से शादी और पारिवारिक जीवन
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने 24 नवंबर 1999 को डिंपल यादव से विवाह किया था। डिंपल भी राजनीति में सक्रिय हैं और कई बार संसद सदस्य रह चुकी हैं। इस जोड़ी को उत्तर प्रदेश की राजनीति में ‘आदर्श राजनीतिक परिवार’ के रूप में भी देखा जाता है।
CM रहते किए बड़े काम
जब बात उनकी सरकार की उपलब्धियों की आती है, तो लिस्ट लंबी है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के कार्यकाल में बना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे देश के सबसे आधुनिक एक्सप्रेसवे में से एक माना जाता है। उन्होंने ‘यूपी 100’ पुलिस रिस्पॉन्स सेवा और ‘108 एंबुलेंस सेवा’ जैसी योजनाएं शुरू कीं जो आम लोगों के लिए जीवन रक्षक बनीं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए उन्होंने 1090 हेल्पलाइन सेवा की शुरुआत की। इसके अलावा लखनऊ मेट्रो प्रोजेक्ट, जनेश्वर मिश्र पार्क (एशिया का सबसे बड़ा पार्क), लखनऊ इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम और जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर जैसे मेगाप्रोजेक्ट्स भी उन्हीं की देन हैं।