IPL 2026 में ये 4 कप्तान नहीं करेंगे captaincy, 2025 में डुबोई थी टीम की लुटिया
IPL 2026: दुनिया की सबसे बड़ी लीग इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) अब अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है। इस सीजन की गूंज धीरे-धीरे फीकी पड़ रही है क्योंकि अब महज़ प्लेऑफ के कुछ ही मैच बचे हैं। इस बार का IPL कई टीमों के लिए उम्मीदों की ऊंचाइयों को छूने वाला रहा तो कई के लिए निराशा और संघर्ष की कहानी बन गया। इस खेल की रंगीन दुनिया में जहाँ उत्साह जुनून और सपनों की धड़कनें मिलती हैं वहीं हार और जीत की कहानियाँ भी दिलों को छू जाती हैं। इस सीजन का सबसे काला अध्याय अगर किसी के लिए लिखा गया है तो वह है चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम का जो इस बार महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी (captaincy) में निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए पहली बार आईपीएल की टेबल के सबसे नीचे खिसक गई।
चेन्नई सुपर किंग्स जिनका नाम जीत की गाथाओं और संघर्ष के उसूलों से जुड़ा हुआ है इस बार पूरी तरह से अपनी चमक खोती नजर आई। मैदान पर उनके खेल में वह पुराना जोश नहीं दिखा जो कभी उनकी पहचान था। धोनी की टीम के खेल में जैसे कोई जादू सा टूट गया हो जो पहले खेल के हर मोड़ पर फैंस के दिलों को थामे रखता था। धोनी जो वर्षों से क्रिकेट के मैदान पर धीरज और सूझबूझ के साथ खेलते आए हैं इस बार कप्तान के रूप में अपनी छवि बचाने में भी नाकाम दिखे।
ये भी पढ़ें- IPL unbeaten captains: 200+ स्कोर का डिफेंस करते हुए कभी नहीं हारे ये 5 कप्तान
उनकी कप्तानी (captaincy) में टीम पहली बार बॉटम ऑफ द टेबल पर रही जो उनके फैंस के लिए गहरी चोट थी। इस सीजन के अंत में चर्चा जोरों पर है कि अगले सीजन में महेंद्र सिंह धोनी के साथ-साथ तीन अन्य कप्तान भी टीमों के नेतृत्व से हटाए जा सकते हैं जिसमें युवा खिलाड़ियों के नाम भी शामिल हैं। यह बदलाव आईपीएल की बदलती प्रतिस्पर्धा और युवा प्रतिभाओं को मौका देने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
IPL 2026 में ये खिलाड़ी नहीं करेंगे कप्तानी (captaincy)
धोनी की कप्तानी (captaincy) का ये सफर इस बार बेहद कठिन रहा। वे शुरुआत में टीम के नियमित कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ की चोट के कारण कप्तानी (captaincy) का दायित्व संभालने के लिए तैयार हुए थे मगर मैदान पर सफलता उनके कदम नहीं चूम पाई। चेन्नई के खेल में वह सामंजस्य नहीं दिखा जो टीम को बड़े मैचों में विजेता बनाता। धोनी की कप्तानी (captaincy) में टीम के खिलाड़ियों का मनोबल गिरता नजर आया और कई युवा खिलाड़ी दबाव में आ गए।
ये भी पढ़ें- टीम इंडिया में भूचाल, ये तीन क्रिकेटर इंग्लैंड दौरे से पहले ले सकते हैं संन्यास
धोनी के चेहरे पर वह पुरानी आत्मविश्वास की चमक फीकी पड़ गई थी और हर मैच के बाद उनकी चिंतित नजरें दर्शाती थीं कि यह सीजन उनके लिए कितना चुनौतीपूर्ण रहा। फैंस के दिलों में यह सवाल गूंज रहा है कि क्या धोनी फिर से मैदान पर कप्तानी (captaincy) संभाल पाएंगे या अब उनकी कप्तानी (captaincy) की कहानी यहीं खत्म होने वाली है।
कोलकाता नाइट राइडर्स की निराशाजनक कप्तानी (captaincy)
इसी बीच कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की कप्तानी (captaincy) कर रहे अंजिक्य रहाणे की भी कहानी कुछ अलग नहीं है। रहाणे जिनके नाम पर वर्षों से टीम को स्थिरता और अनुशासन की उम्मीद थी इस सीजन उनके कप्तान के रूप में प्रदर्शन ने टीम के सपनों को अधूरा छोड़ दिया। रहाणे की कप्तानी (captaincy) में KKR वे मुकाम हासिल नहीं कर सके जहाँ पूर्व कप्तान श्रेयस अय्यर ने टीम को छोड़ा था। उनकी कप्तानी (captaincy) में टीम कई बार संघर्ष करती नजर आई और मैचों के निर्णायक क्षणों में टीम की कमजोर पकड़ साफ दिखाई दी। रहाणे का बढ़ता उम्र और फिटनेस के सवाल भी चर्चा में हैं जो संभावित रूप से उनके संन्यास की ओर इशारा करते हैं। ऐसे में यह संभावना बढ़ रही है कि अगला IPL युवा कप्तान के नाम होगा जो टीम में नई ऊर्जा और जोश का संचार कर सके।
राजस्थान रॉयल्स के युवा कप्तान भी फेल
राजस्थान रॉयल्स के युवा बल्लेबाज रियान पराग का नाम भी कप्तानी (captaincy) की सूची में शामिल है। इस सीजन जब संजू सैमसन चोट के कारण बाहर थे तो रियान ने टीम की कमान संभाली। युवा और जोशीले रियान पराग के लिए यह एक महत्वपूर्ण मौका था मगर कप्तानी (captaincy) का अनुभव उनके लिए उतना आसान साबित नहीं हुआ। मैदान पर उनकी जिम्मेदारी और दबाव को संभालना चुनौतीपूर्ण रहा और टीम के प्रदर्शन में स्थिरता नहीं दिखी। रियान की कप्तानी (captaincy) में राजस्थान ने कई अच्छे मौके गंवाए जिससे फैंस के दिलों में उम्मीदों और निराशाओं का संगम हुआ। अब यह माना जा रहा है कि अगले सीजन में संजू सैमसन अपनी कप्तानी (captaincy) वापिस ले सकते हैं और रियान पराग को अपने खेल पर पूरा ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा।
ये भी पढ़ें- 2027 वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा का नहीं होना तय, वनडे से संन्यास की वजह से हुआ खुलासा
LSG के कप्तान ऋषभ पंत की कप्तानी (captaincy) पर सवाल
लखनऊ सुपर जायंट्स ने इस सीजन अपने युवा कप्तान ऋषभ पंत पर 27 करोड़ रुपए खर्च किए थे जो उनकी प्रतिभा और नेतृत्व क्षमता पर विश्वास का इजहार था। मगर पूरे सीजन में ऋषभ का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। कप्तानी (captaincy) की जिम्मेदारी उनके कंधों पर भारी पड़ती दिखी और टीम भी 7वें स्थान पर रह गई। ऋषभ के खेल में वह स्थिरता नहीं थी जो उनसे अपेक्षित थी। कप्तानी (captaincy) का दबाव उनके खेल पर असर डाल रहा था और टीम के प्रदर्शन में भी कमी आई। ऐसे में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि लखनऊ टीम शायद अगले सीजन ऋषभ से कप्तानी (captaincy) का बोझ हटा दे ताकि वे अपने खेल को बेहतर बना सकें और टीम को नए सिरे से मजबूती दे सकें।
IPL 2026 की नई शुरुआत की संभावना
इन सभी बदलावों और चर्चाओं के बीच IPL 2026 एक नई शुरुआत का संकेत देता है। इस बार टीमों के लिए युवा खिलाड़ियों को नेतृत्व सौंपने की संभावना अधिक है जो नई ऊर्जा और रणनीति के साथ खेल में उतरेंगे। धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की कप्तानी (captaincy) के अंत के साथ यह लीग नए चेहरों और नए उत्साह को देखने के लिए तैयार है। खिलाड़ियों के मनोबल उनके सपनों और टीमों की रणनीतियों में यह बदलाव IPL को एक नया रंग और नया रोमांच देगा। फैंस के लिए यह वक्त है उम्मीदों को फिर से जगाने का नए सितारों को चमकाने का और खेल की इस महाकुंभ में फिर से तालियों की गड़गड़ाहट सुनने का।
Pingback: मिल गया का असली वारिस, बना ODI कप्तान तो खोल देगा टीम की किस्मत
Pingback: इंग्लैंड में इस भारतीय बल्लेबाज को दिखाना होगा दम