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घर खाली करो; मकान मालिक के इस डायलॉग से न डरें, किरएदार हैं तो पहले ये अधिकार पढ़ें

Tenant Rights: कल्पना कीजिए आपने वक्त पर किराया दे दिया है, घर में कोई नुकसान नहीं किया मगर फिर भी मकान मालिक (Landlord Harassment) का व्यवहार ऐसा है जैसे आप कोई अपराधी हों। बार-बार फोन करके घर खाली करने का दबाव, मेहमानों पर नाक-भौं चढ़ाना, कभी-कभी तो आपकी गैर-मौजूदगी में बिना इजाज़त घर में घुस जाना क्या ये सब आपको झेलना पड़ रहा है।

तो अब वक्त है चुप्पी तोड़ने का (Know Tenant Rights)

क्योंकि अगर आप एक किरायेदार हैं, तो आपके पास भी अधिकार (Legal Rights) हैं और मकान मालिक को उन अधिकारों की अवहेलना करने की छूट नहीं है। आइए जानते हैं कि किरायेदार के तौर पर आपके कानूनी अधिकार क्या कहते हैं और मकान मालिक की ज्यादतियों से कैसे निपटा जा सकता है।

रेंट एग्रीमेंट होना है बहुत जरूरी (Rent agreement is very important)

कई किरायेदार बिना रेंट एग्रीमेंट साइन किए ही घर ले लेते हैं और यही सबसे बड़ी गलती होती है। रेंट एग्रीमेंट यानी किराए का लिखित समझौता न केवल आपके रहने के अधिकारों को सुरक्षित करता है बल्कि बाद में होने वाले किसी भी विवाद का कानूनी आधार भी बनता है।

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एक बार रेंट एग्रीमेंट बनने के बाद मकान मालिक उसमें आपकी सहमति के बिना कोई भी बदलाव नहीं कर सकता। इसमें किराया, रहने की अवधि, सुरक्षा जमा राशि, मेंटेनेंस की ज़िम्मेदारी जैसे सभी शर्तें स्पष्ट रूप से लिखी होनी चाहिए।

क्या मकान मालिक बिना पूछे घर में घुस सकता है

बिलकुल नहीं आपका घर, आपकी निजता और ये संवैधानिक अधिकार है। चाहे मकान मालिक ही क्यों न हो, वह बिना आपकी अनुमति के घर में प्रवेश नहीं कर सकता। यदि वह ऐसा करता है, तो आप पुलिस में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

मरम्मत और टूट-फूट किसकी ज़िम्मेदारी

इस मुद्दे पर अक्सर बहस होती है – किसे क्या ठीक कराना है। छोटी-मोटी मरम्मत (जैसे बल्ब, नल, हैंडल वगैरह) की ज़िम्मेदारी किरायेदार की होती है।

बड़ी मरम्मत (जैसे सीलन, प्लास्टर का गिरना, बिल्डिंग से जुड़ी संरचनात्मक समस्याएं) मकान मालिक की ज़िम्मेदारी होती है। अगर नुकसान किरायेदार की गलती से हुआ है, तो मरम्मत उसी को करनी होगी।

क्या मकान मालिक आपकी आवाजाही पर रोक लगा सकता है

रात को देर से लौटना, दोस्तों का आना-जाना या गेस्ट रुकवाना ये सब आपका निजी मामला है। मकान मालिक इसमें दखल नहीं दे सकता, जब तक कि इससे कानून व्यवस्था भंग न हो रही हो।

कई बार वे यह कहकर पाबंदियां लगाते हैं कि लड़कियों के आने की इजाज़त नहीं या रात 10 बजे के बाद गेट बंद हो जाता है ये सब कानूनी रूप से अमान्य हैं।

जब मकान मालिक कहे “घर खाली करो”, तो क्या करें

अक्सर मकान मालिक बिना नोटिस दिए किरायेदार को घर खाली करने का अल्टीमेटम दे देते हैं। याद रखें अगर रेंट एग्रीमेंट में कोई विशेष शर्त नहीं है, तो मकान मालिक को कम से कम एक महीने का नोटिस देना होता है। जब तक नोटिस पीरियड खत्म नहीं होता, कोई आपको जबरन नहीं निकाल सकता। आप एडवांस जमा की वापसी मांग सकते हैं या उसे किराए में एडजस्ट करने का हक रखते हैं। अगर किरायेदार की मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार या कानूनी उत्तराधिकारी उस घर में रह सकते हैं।

अगर मकान मालिक परेशान कर रहा हो तो निकटतम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करें।

 

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