राणा सांगा विवाद के बाद अखिलेश यादव की एंट्री, कहा- हिटलर जैसी सेना चला रहे हैं योगी
उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर तूफान मच गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगरा में सपा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर हुए हमले को लेकर योगी सरकार पर सनसनीखेज इल्जामात लगाए हैं।
शनिवार को आगरा के संजय प्लेस स्थित सुमन के आवास पर पहुंचे अखिलेश ने कहा कि ये हमला करणी सेना ने नहीं बल्कि योगी सेना ने किया। इसके लिए सरकार से फंडिंग की गई। इस बयान ने न केवल सियासी हलकों में हलचल मचा दी है, बल्कि सामाजिक न्याय और जातीय समीकरणों की सियासत को भी गरमा दिया है। आइए इस घटना और अखिलेश के दावों को करीब से जानते हैं।
ये पूरा प्रकरण शुरू हुआ राज्यसभा में सपा सांसद रामजीलाल सुमन के राणा सांगा पर दिए बयान से। इसके बाद सियासी घमासान छिड़ गया। 26 मार्च को सुमन के आगरा स्थित आवास पर कथित तौर पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हमला किया। इस हमले में सांसद के घर के बाहर खड़ी गाड़ियों को नुकसान पहुंचा और उनके परिवार में दहशत का माहौल बन गया।
शनिवार को अखिलेश यादव सुमन से मिलने उनके आवास पहुंचे। इस दौरान उन्होंने साफ कहा कि ये करणी सेना नहीं, योगी सेना है। सरकार ने इस हमले के लिए फंडिंग की। ताकि ये दिखाया जा सके कि राजपूत समुदाय उनके साथ है।
हिटलर से कर दी योगी की तुलना
अखिलेश ने इस हमले को एक सोची-समझी साजिश बताया और इसे PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समुदायों को डराने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि हमलावरों का इरादा सिर्फ डराना नहीं, बल्कि जान लेना भी था। अखिलेश ने योगी सरकार की तुलना हिटलर की सेना से करते हुए कहा कि जैसे हिटलर अपनी सेना के जरिए लोगों की आवाज दबाता था, वैसे ही योगी सेना आवाम को डरा रही है।
आपको बता दें कि आगरा में अखिलेश ने सामाजिक न्याय की लड़ाई का बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि आगरा को दलितों की राजधानी और सामाजिक न्याय की लड़ाई का कुरुक्षेत्र बनाया जाएगा।
रामजीलाल सुमन लंबे समय से अखिलेश यादव के साथ हैं और पिछड़ा वर्ग के प्रमुख नेता माने जाते हैं। इस लड़ाई में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उनकी मौजूदगी और सपा अध्यक्ष का समर्थन सपा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक मजबूत आधार दे सकता है।