Gopal Khemka Murder: 7 साल पहले बेटे की गोली से मौत, अब गोपाल खेमका को भी मारा! कौन हैं खेमका परिवार
पटना में शुक्रवार की रात एक बार फिर एक चर्चित व्यवसायी (industrialist) परिवार को निशाना बनाया गया। इस बार निशाना बने बिहार (Bihar) के प्रसिद्ध उद्योगपति और सामाजिक हस्ती गोपाल खेमका (Gopal Khemka Murder)। घटना गांधी मैदान थाना (Gandhi Maidan police station) क्षेत्र के पास की है जहां घात लगाए बदमाशों ने उनके घर के बाहर उन्हें गोली मार दी (shootout)। गोली कनपटी पर मारी गई और हमलावर मौके से हथियार लहराते हुए फरार हो गए (miscreants absconding)।
इस सनसनीखेज हत्या (murder, crime) ने न केवल राजधानी को दहला दिया है बल्कि आम लोगों की सुरक्षा व्यवस्था (security system) को लेकर गहरी चिंता भी पैदा कर दी है। खासकर तब जब इसी परिवार के बेटे गुंजन खेमका (Gunjan Khemka) की 2018 में भी इसी तरह हत्या की गई थी (2018 murder)। ऐसे में लोगों के बीच ये सवाल उठने लगा है कि क्या राज्य में अमीर और प्रभावशाली लोगों की भी जान सुरक्षित नहीं रह गई है (rich family targeted)।
जनता में भय और आक्रोश
गोपाल खेमका (Gopal Khemka Murder) की हत्या की खबर फैलते ही इलाके में तनाव का माहौल बन गया। आम नागरिकों से लेकर कारोबारी वर्ग तक में डर साफ नजर आया। पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव (Purnia MP, Pappu Yadav) ने भी इस हत्याकांड पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि एक ही परिवार को बार-बार क्यों निशाना बनाया जा रहा है? कब तक ये परिवार अपने लोगों की आहुति देता रहेगा? पुलिस की नाकामी साफ दिख रही है (questions on police)।
एक प्रतिष्ठित व्यापारी जिसने कई क्षेत्रों में बनाई पहचान
गोपाल खेमका (Gopal Khemka) सिर्फ उद्योगपति नहीं थे बल्कि उन्होंने स्वास्थ्य, ईंधन और निर्माण सामग्री जैसे कई व्यवसायों में नाम कमाया था। पटना के पटनास होटल के पास ‘काटरुका निवास’ (Katruka residence) अपार्टमेंट में रहने वाले खेमका बांकीपुर क्लब (Bankipur Club) के डायरेक्टर भी रह चुके थे। उनके पास कई पेट्रोल पंप (petrol pump), दवा की दुकानें (medicine shops) और अस्पताल (Magadh hospital) थे जिनमें से राजेंद्र नगर का मगध अस्पताल खासतौर पर चर्चा में रहा है।
हाजीपुर इंडस्ट्रियल इलाके (Hajipur industrial area) में उनकी दो फैक्ट्रियां (factory) थीं जिनमें से एक के बाहर ही उनके बेटे गुंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनका दूसरा बेटा गौरव खेमका (Gaurav Khemka) फिलहाल IGIMS (IGIMS) में डॉक्टर हैं जबकि बेटी लंदन (London) में रहती हैं।
पुलिस जांच में जुटी मगर जवाब अधूरे
पटना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज (CCTV footage) खंगाले जा रहे हैं (police investigation)। मौके से कई साक्ष्य इकट्ठा किए गए हैं मगर अभी तक कोई ठोस सुराग सामने नहीं आया है। अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा मगर अब तक की स्थिति से लोग संतुष्ट नहीं हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्या की वजह अब तक साफ नहीं हो सकी है। मगर एक बार फिर सवाल उठ रहा है कि क्या इस हमले के पीछे वही लोग हैं जो गुंजन खेमका की हत्या में शामिल थे या फिर यह एक अलग साजिश है।