बेटी की पढ़ाई और शादी खर्च की अब चिंता नहीं, इस योजना से पाएं 70 लाख रुपए
आज का वक्त तेजी से बदल रहा है। मार्केट की चकाचौंध महंगाई की ऊँचाइयाँ और हर दिन बढ़ती अनिश्चितताएँ इन सबके बीच एक माता-पिता की आँखों में पलती है एक मासूम सी उम्मीद एक ख्वाब जो उनकी बेटी की मुस्कान में बसता है। उस नन्ही जान के पहले कदमों से लेकर उसकी शिक्षा करियर और विवाह तक की राह में माँ-बाप हर मोड़ पर उसकी ढाल बनना चाहते हैं। ऐसे कठिन आर्थिक परिवेश में बच्चों के जन्म से ही उनके वित्तीय भविष्य की योजना (daughter’s future) बनाना केवल समझदारी नहीं बल्कि एक अनिवार्य जिम्मेदारी बन गई है।
हर माता-पिता चाहते हैं कि उनकी बेटी जब जीवन की उड़ान भरे तो उसके पंख मज़बूत हों न केवल भावनात्मक रूप से बल्कि आर्थिक रूप से भी। और इस स्वप्न को साकार करने में भारत सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक ऐसा मजबूत सहारा बनकर उभरी है जो न केवल पूर्णतः जोखिम-मुक्त है बल्कि उसमें वित्तीय अनुशासन और दीर्घकालिक सोच भी अंतर्निहित है।
कमाल की है ये योजना
ये योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) किसी शुष्क सरकारी दस्तावेज़ की तरह नहीं लगती बल्कि ये एक माता-पिता के सुकून की दस्तक है जो हर रात सोने से पहले अपनी बेटी के भविष्य के सपनों को गिनते हैं। वर्तमान में 8.2% चक्रवृद्धि ब्याज दर (Sukanya Samriddhi interest rate) के साथ यह योजना लड़कियों की शिक्षा और विवाह के लिए एक समृद्ध कोष बनाने का सशक्त माध्यम बन चुकी है।
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ब्याज की यह दर न केवल संख्या है बल्कि वर्षों के धैर्य त्याग और सहेजने की कहानी को आकार देती है जहाँ हर जमा की गई राशि एक बीज की तरह है जो समय के साथ एक वृक्ष बनकर बेटी को छाया देता है।
खाता खोलने की पात्रता (Sukanya Samriddhi eligibility)
सुकन्या समृद्धि योजना का सबसे सशक्त पहलू ये है कि इसमें बेटी के जन्म के साथ ही यानी 10 वर्ष की उम्र से पहले खाता खोला (SSY account opening) जा सकता है। जब आपकी गोद में वह छोटी सी जान पहली बार मुस्कराती है जब वह पहली बार “माँ” या “पापा” कहती है उसी समय यह योजना एक और पहली शुरुआत बन सकती है।
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इस समय पर खाता खोलने से माता-पिता को 15 वर्षों तक व्यवस्थित निवेश (investment for girls) का समय मिलता है। जैसे एक माली हर दिन पौधों को पानी देता है ठीक वैसे ही यह योजना माता-पिता को साल दर साल बेटी के भविष्य की नींव मज़बूत करने का अवसर देती है।
कितने खाते खुलवा सकते हैं
आमतौर पर एक परिवार दो बेटियों के लिए SSY खाते खोल (SSY account opening) सकता है। मगर यदि भाग्यवश जुड़वाँ या तीन बच्चियाँ जन्म लेती हैं एक साथ किलकारियाँ गूंजती हैं तो योजना में तीन तक खाते खोलने की अनुमति है। यह नियम सिर्फ एक तकनीकी छूट नहीं बल्कि एक मानवीय समझदारी का प्रतीक है जो यह दर्शाता है कि बेटियाँ जितनी हों योजना उतनी ही सहायक बनी रहेगी।
अंशदान की अवधि और लॉक-इन
योजना में खाता खोलने के 15 वर्षों तक नियमित निवेश किया जा सकता है। कल्पना कीजिए यदि आपने अपनी बेटी के जन्म के एक साल बाद 2025 में खाता खोल लिया तो 2040 तक निवेश करते रहना होगा। उसके बाद योजना में 6 वर्षों का लॉक-इन होता है जिसमें नया निवेश नहीं किया जाता मगर ब्याज लगातार जुड़ता रहता है।
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ये एक ऐसा वक्त होता है जब आपकी बेटी किशोरावस्था की दहलीज़ पर होती है उसके सपने आकार लेने लगते हैं और आप आश्वस्त हो सकते हैं कि एक मजबूत आर्थिक सहारा उसके साथ खड़ा है।
परिपक्वता और आंशिक निकासी
बेटी जब 18 वर्ष की हो जाती है उसकी आँखों में आत्मनिर्भरता की चमक दिखने लगती है। यही वह समय है जब इस योजना से परिपक्वता राशि का 50% निकाला जा सकता है उच्च शिक्षा के लिए विदेशी विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए या एक नए हुनर की ओर बढ़ने के लिए।
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बाकी राशि तब तक सुरक्षित रहती है जब तक बेटी 21 वर्ष की नहीं हो जाती। उस समय आप उसे पूरी राशि सौंप सकते हैं एक तोहफ़ा एक उपहार जो आपने वर्षों के प्रेम परिश्रम और दूरदर्शिता से संजोया था।
कर लाभ और तीन गुना छूट
सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ भविष्य का आश्वासन नहीं है यह वर्तमान में भी राहत देती है। EEE (Exempt-Exempt-Exempt) टैक्स बेनिफिट के साथ इसमें किया गया निवेश उस पर अर्जित ब्याज और परिपक्वता पर प्राप्त राशि तीनों पर पूर्ण आयकर छूट मिलती है। ये फायदा न केवल बचत को बढ़ाता है बल्कि माता-पिता को ये भरोसा भी दिलाता है कि उनका हर कदम वित्तीय रूप से समझदारी भरा है।
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योजना में न्यूनतम और अधिकतम निवेश कितना
आप इस योजना में सालाना न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। किस्तों में या एकमुश्त जैसी भी आपकी सुविधा हो। यह लचीलापन खासकर उन परिवारों के लिए सहायक है जो सीमित आय में भी अपनी बेटियों के भविष्य को संवारना चाहते हैं।
कैसे बनाएं 70 लाख रुपये का फंड (Sukanya Samriddhi calculator)
कल्पना कीजिए आपकी बेटी आज 1 वर्ष की है और आपने 2025 में खाता खोल लिया। यदि आप हर वर्ष अधिकतम 1.5 लाख रुपये यानी मासिक 12500 रुपये निवेश करते हैं तो जब बेटी 2046 में 21 वर्ष की होगी तब आपको 6927578 (70 lakh fund) रुपये मिल सकते हैं।
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इसमें से आपकी कुल निवेश राशि होगी 2250000 रुपये और लगभग 4677578 रुपये का ब्याज यह ब्याज केवल एक आंकड़ा नहीं बल्कि वह नींव है जिस पर आप उसकी शिक्षा करियर और विवाह की इमारत खड़ी कर सकते हैं।