अधूरा रह गया ख्वाब, इंग्लैंड की सरजमीं पर शतक नहीं लगा पाए ये 5 भारतीय बल्लेबाज
भारत और इंग्लैंड के क्रिकेट (India vs England cricket) रिश्ते लंबे और दिलचस्प रहे हैं। इंग्लैंड की मिट्टी पर भारतीय बल्लेबाजों (Indian batsmen centuries in England) के लिए रन बनाना हमेशा से आसान नहीं रहा है। अंग्रेजी सर्द हवाओं में बॉल की स्विंग और तेज़ गति ने कई दिग्गज भारतीय बल्लेबाजों को मुश्किल में डाला है। हालांकि सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली जैसे क्रिकेट के महानायक इंग्लैंड में शानदार शतकों की बौछार कर चुके हैं, पर कुछ ऐसे नाम भी हैं जिन्होंने यहां शतक लगाने का सपना पूरा नहीं किया।
SENA देशों में शतक लगाना भारतीय क्रिकेटरों का सपना (Indians who have not scored a century in England)
क्रिकेट के विश्व मानचित्र पर साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया (SENA) को सबसे चुनौतीपूर्ण टीम माना जाता है। टीम इंडिया के सभी बल्लेबाज इन देशों की धरती पर शतक लगाने का लक्ष्य बनाते हैं, पर हर कोई इसमें सफल नहीं होता। इंग्लैंड जैसे देश में शतक लगाने का स्तर क्रिकेट की असली कसौटी माना जाता है।
ये भी पढ़ें- IPL unbeaten captains: 200+ स्कोर का डिफेंस करते हुए कभी नहीं हारे ये 5 कप्तान
इंग्लैंड की जमीन पर शतक से दूर
भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को इंग्लैंड में 12 टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। 23 पारियों में उन्होंने कुल 778 रन बनाए, जिसमें 8 अर्धशतक शामिल थे। धोनी ने इंग्लैंड में 37.04 की औसत से रन बनाए, जो कि उनके शानदार विकेटकीपर-बल्लेबाज होने का सबूत है। मगर, धोनी का इंग्लैंड में शतक लगाने का सपना अधूरा रहा।
ये भी पढ़ें- टीम इंडिया में भूचाल, ये तीन क्रिकेटर इंग्लैंड दौरे से पहले ले सकते हैं संन्यास
धोनी के खेलने का अंदाज़ खासा सूझ-बूझ वाला था। उन्होंने मुश्किल हालात में भी टीम को संभाला। पर इंग्लैंड की तेज़ बॉलिंग और स्विंग गेंदबाजी ने धोनी को शतक से वंचित रखा। उनकी यह उपलब्धि इंग्लैंड दौरे की कठिनाइयों का प्रतीक बन गई।
महान मगर इंग्लैंड में शतक से कोसों दूर
टीम इंडिया के महान तकनीकी बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने भी इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट क्रिकेट में शतक नहीं लगाया। लक्ष्मण ने 11 टेस्ट मैचों में 586 रन बनाए, जिनका औसत 34.47 था। उनके नाम 5 अर्धशतक दर्ज हैं।
ये भी पढ़ें- इन भारतीय खिलाड़ियों को नहीं आती है अंग्रेजी, लेकिन मैदान जीत रहे हैं देश का दिल
लक्ष्मण की बल्लेबाजी में हमेशा गहराई और धैर्य देखने को मिलता था, मगर इंग्लैंड की परिस्थितियाँ और गेंदबाजी उन्हें बड़े स्कोर से दूर रखती रहीं। उनकी यह खासियत थी कि वे मुश्किल परिस्थितियों में भी टिके रहते थे। मगर शतक के फेहरिस्त में उनका नाम नहीं जुड़ पाया।
इंग्लैंड में शतक से चूक गया पूर्व ओपनर
भारत के पूर्व ओपनर और मशहूर क्रिकेट कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने इंग्लैंड में 5 टेस्ट मैच खेले। 9 पारियों में उन्होंने 321 रन बनाए, जिसमें 3 अर्धशतक शामिल थे। उनका औसत 35.66 रहा।
ये भी पढ़ें- 2027 वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा का नहीं होना तय, वनडे से संन्यास की वजह से हुआ खुलासा
मांजरेकर के लिए इंग्लैंड की तेज़ बॉलिंग एक बड़ा चुनौती थी। उनकी पारियों में खूबसूरती और संयम था, मगर बड़े स्कोर तक पहुंचना उनके लिए हमेशा मुश्किल रहा। 3 बार अर्धशतक बनाने के बावजूद इंग्लैंड की सरजमीं पर शतक लगाने का उनका सपना पूरा नहीं हुआ।
स्टाइलिश बल्लेबाज मगर इंग्लैंड में रन नहीं बना पाए
भारत के स्टाइलिश ओपनर शिखर धवन ने भी इंग्लैंड में शतक का जादू बिखेरने से परहेज किया। 7 टेस्ट मैचों में 14 पारियों में उन्होंने कुल 284 रन बनाए। उनका औसत 20.28 का रहा।
ये भी पढ़ें- गंभीर से लेकर अगरकर तक, सभी की पसंद बना ये युवा क्रिकेटर; अब मिलेगी टेस्ट की कप्तानी
धवन ने इंग्लैंड में ना तो कभी शतक बनाया और ना ही अर्धशतक। उनका उच्चतम स्कोर 44 रन रहा, जो इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों का साफ़ संकेत है। धवन की इस कमी ने भारतीय बैटिंग की गहराई पर सवाल उठाए। खासकर जब इंग्लैंड की तेज़ और स्विंग गेंदबाजी सामने हो।
विकेटकीपर-बल्लेबाज की इंग्लैंड चुनौती
दिनेश कार्तिक को इंग्लैंड में 5 टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। 10 पारियों में उन्होंने 284 रन बनाए, जिनमें 3 अर्धशतक शामिल थे। उनका उच्चतम स्कोर 91 रहा।
ये भी पढ़े-ं टेस्ट में कोहली की कमी पूरी करेगा ये खिलाड़ी, कोच गंभीर को है पूरा भरोसा
कार्तिक ने इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में काफी स्थिरता दिखाई, मगर शतक के करीब पहुंचकर वे बार-बार रुक गए। उनकी औसत 28.40 रही, जो इंग्लैंड की परिस्थितियों के हिसाब से ठीक-ठाक है।
भारतीय बल्लेबाजों के लिए हमेशा से चुनौती रहा है इंग्लैंड दौरा (tough English conditions)
इंग्लैंड की पिचें, मौसम और तेज़ गेंदबाजों की चुनौती भारतीय बल्लेबाजों के लिए सबसे कठिन परीक्षण रही हैं। यहां शतक लगाने की कला ही नहीं, बल्कि अपनी तकनीक और मानसिक मजबूती को साबित करना भी आवश्यक होता है।
ये भी पढ़ें- कोहली रोहित के बाद अब 33 की वर्षीय खिलाड़ी ने क्रिकेट को कहा अलविदा
कुछ दिग्गज भारतीय बल्लेबाज जैसे धोनी, लक्ष्मण, मांजरेकर, धवन और कार्तिक ने इंग्लैंड में शतक लगाने का सपना पूरा नहीं किया। मगर इन खिलाड़ियों ने इंग्लैंड की कठिनाइयों के बीच टीम को मजबूती देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
अगली बार जब भारतीय बल्लेबाज इंग्लैंड की धरती पर कदम रखेंगे, तो उनके लिए यह एक नया मौका होगा, अपने क्रिकेट कैरियर के सबसे मुश्किल दौर को पार करते हुए शतक लगाकर अपने नाम का गर्व बढ़ाने का।
ये भी पढ़ें- जानें क्यों जरूरी है पर्यावरण संरक्षण, हमारी लापरवाही छीन रही आने वाली पीढ़ियों का हक
आपको बता दें कि इंग्लैंड की पिचें तेज़ गेंदबाजों और स्विंग गेंदबाजी के अनुकूल होती हैं। यहां बल्ले को सही समय पर और सही दिशा में चलाना पड़ता है। इसके अलावा शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति का भी खेल में बड़ा योगदान होता है। कई बार देखा गया है कि जो बल्लेबाज घरेलू या अन्य देशों में शानदार प्रदर्शन करते हैं वे इंग्लैंड की चुनौतियों का सामना करते हुए फेल हो जाते हैं।
ये भी पढ़ें- जानें कितनी है पाकिस्तान में एक तोला सोने की कीमत, जानकर भारतीय होने पर होगा गर्व
धोनी लक्ष्मण और अन्य दिग्गजों ने अपनी सूझ-बूझ और तकनीक से भारत को मजबूती जरूर दी मगर यहां शतक लगाने की चुनौती किसी के लिए भी कम नहीं रही। इसने भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड में बेहतर तैयारी करने और अपने खिलाड़ियों की तकनीक पर अधिक काम करने की प्रेरणा दी।